भारत के पारंपरिक कारीगरों के लिए एक नई पहल: प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना

भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत में कारीगरों और शिल्पकारों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का उद्देश्य इन पारंपरिक कारीगरों को आर्थिक, तकनीकी और सामाजिक रूप से सशक्त बनाना है।

योजना का उद्देश्य

इस योजना का मुख्य उद्देश्य पारंपरिक कारीगरों को पहचान प्रदान करना, उनके कौशल का उन्नयन करना, आधुनिक उपकरणों की सहायता देना, और उन्हें वित्तीय सहायता प्रदान करना है। इसके माध्यम से कारीगरों को औपचारिक एमएसएमई (MSME) पारिस्थितिकी तंत्र में शामिल किया जाता है।

पात्रता मानदंड

  • आवेदक की आयु कम से कम 18 वर्ष होनी चाहिए।
  • आवेदक को पारंपरिक पारिवारिक व्यवसाय में संलग्न होना चाहिए।
  • आवेदक को असंगठित क्षेत्र में स्व-रोजगार के रूप में कार्यरत होना चाहिए।
  • सरकारी सेवा में कार्यरत व्यक्ति और उनके परिवार के सदस्य योजना के पात्र नहीं हैं।
  • पिछले 5 वर्षों में केंद्र या राज्य सरकार की अन्य स्व-रोजगार योजनाओं के तहत ऋण प्राप्त नहीं किया होना चाहिए।

योजना के लाभ

  • मान्यता: कारीगरों को ‘विश्वकर्मा’ के रूप में प्रमाणपत्र और पहचान पत्र प्रदान किया जाता है।
  • कौशल उन्नयन: 5-7 दिनों का बुनियादी प्रशिक्षण और 15 दिनों का उन्नत प्रशिक्षण, जिसमें ₹500 प्रतिदिन का वजीफा दिया जाता है।
  • उपकरण सहायता: ₹15,000 तक के उपकरण ई-वाउचर के रूप में प्रदान किए जाते हैं।
  • ऋण सहायता: ब्याज दर 5% पर ₹3 लाख तक का बिना जमानत ऋण दो किश्तों में दिया जाता है।
  • डिजिटल लेन-देन प्रोत्साहन: प्रत्येक डिजिटल लेन-देन पर ₹1, अधिकतम 100 लेन-देन प्रति माह तक।
  • विपणन सहायता: गुणवत्ता प्रमाणन, ब्रांडिंग, ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर ऑनबोर्डिंग, और विपणन गतिविधियों के माध्यम से सहायता प्रदान की जाती है।

आवेदन प्रक्रिया

  1. नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) पर जाकर आधार आधारित बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण के साथ पंजीकरण करें।
  2. ऑनलाइन आवेदन फॉर्म भरें और आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करें।
  3. आवेदन की तीन-स्तरीय सत्यापन प्रक्रिया पूरी करें: ग्राम पंचायत/नगर निकाय स्तर पर सत्यापन, जिला कार्यान्वयन समिति द्वारा समीक्षा, और स्क्रीनिंग समिति द्वारा अंतिम अनुमोदन।
  4. सफल पंजीकरण के बाद, कारीगरों को डिजिटल प्रमाणपत्र और पहचान पत्र प्रदान किया जाएगा।

आवश्यक दस्तावेज़

  • आधार कार्ड
  • मोबाइल नंबर
  • बैंक खाता विवरण
  • राशन कार्ड (यदि उपलब्ध न हो तो परिवार के सभी सदस्यों के आधार कार्ड)

निष्कर्ष

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना पारंपरिक कारीगरों के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है, जो उन्हें आर्थिक, तकनीकी और सामाजिक रूप से सशक्त बनाती है। यदि आप इस योजना के बारे में और अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं या आवेदन करना चाहते हैं, तो pmvishwakarma.com पर विज़िट करें।